प्रेम जीवन का विशुद्ध रस । प्रेम माधुरी जी का सान्निध्य जंहा अमृत के प्याले पिलाए जाते है ।प्रेम माधुर्य वेबसाइट से हमारा प्रयास है कि इस से एक संवेदना जागृत हो ।

Wednesday, January 25

बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई




बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई..बिसर गई सुध रही न तन की ......हाय रे.....
मै तो मर गई मर गई मर गई मर गई .....मेरे नन्द लाला की अंखिया जादू कर गई.......


इन अंखियो ने मुझ को लुटा..दुनिया का हर बंधन टुटा...
इन्हें देख के मै तो लोगो.....
अब तो नाचने लग गई लग गई लग गई लग गई..बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई...

 

बांकी चितवन बांकी झांकी ..दीवानी मै बांकी अदा की....
ऐसा रूप मुझे दिखलाया.....
दीवानी मै बन गई बन गई बन गई बन गई ......बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई
 

बांके बिहारी की अंखिया जादू कर गई..बिसर गई सुध रही न तन की ......हाय रे.....
मै तो मर गई मर गई मर गई मर गई .....मेरे नन्द लाला की अंखिया जादू कर गई.......
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