प्रेम जीवन का विशुद्ध रस । प्रेम माधुरी जी का सान्निध्य जंहा अमृत के प्याले पिलाए जाते है ।प्रेम माधुर्य वेबसाइट से हमारा प्रयास है कि इस से एक संवेदना जागृत हो ।

Sunday, January 29

फरियाद-ए-अश्क है आपकी





फरियाद-ए-अश्क है आपकी, आँखों में है इंतजार आपका,
ये दिल,ये तन है आपका, मेरा नाम भी है आपका,
जुबा पे रहता है नाम आपका,आँखों में रूप रहता है आपका,
प्रचार में "भक्ति प्रचार" है आपका,
होशो-ए-हवास है आपका, "कार्तिक" "जगन्नाथ" है आपका .
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