प्रेम जीवन का विशुद्ध रस । प्रेम माधुरी जी का सान्निध्य जंहा अमृत के प्याले पिलाए जाते है ।प्रेम माधुर्य वेबसाइट से हमारा प्रयास है कि इस से एक संवेदना जागृत हो ।

Sunday, January 29

फितरत है आपकी मंद मंद मुस्काना






फितरत है आपकी मंद मंद मुस्काना,फितरत है हमारी आपको याद करना,
फितरत है आपकी दिल को चुराना,फितरत है हमारी आपकी याद में अश्रु बहाना,
आलमे-सौन्दर्य-इश्क है आपका,जर्रा-जर्रा आवो तब अशआर है आपका,
फितरत तवाजुन है आपका,मेरे जीवन का नौरस है आपका,
होशो-ए-हवास है आपका, "कार्तिक" "जगन्नाथ" है आपका .
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