प्रेम जीवन का विशुद्ध रस । प्रेम माधुरी जी का सान्निध्य जंहा अमृत के प्याले पिलाए जाते है ।प्रेम माधुर्य वेबसाइट से हमारा प्रयास है कि इस से एक संवेदना जागृत हो ।

Wednesday, January 25

किशोरी मुझे कब अपनावोगी ?





किशोरी मुझे कब अपनावोगी ?
निज कर-कमल धर मस्तक पर,श्री वृन्दावन बसवोगी ||
सुन्दर रूप स्वरुप आपनो, कबतो मोहि दिखावोगी ||
अली किशोरी नाम साचो कर , रसिकन माय मिलावोगी ||
Share:

0 comments:

Post a Comment

Popular Posts

Blog Archive

Copyright © ~::PremMadhuray::~ |