धीरज रख वो रहमत की
बरखा बरसा भी देगा .
जिस साईं ने दर्द दिया है
वो ही दवा भी देगा ..
तोड़ कभी ना आस की डोरी ,
खुशियाँ देगा भर-भर बोरी .
मगर वो गम की परछाई से
तुजे डरा भी देगा ..
जिस साईं ने .......
मांग मैं भर बिंदिया से पहले
नाम वही निंदिया से पहले .
एक दिन वो तेरी आशा को
इक चेहेरा भी देगा ..
जिस साईं ने .......
बढ जायेगी हिम्मत तेरी
घटेगी जब घनघोर अँधेरी .
बूंद-बूंद तर्सानेवाला
जाम पिला भी देगा ..
जिस साईं ने .......
बरखा बरसा भी देगा .
जिस साईं ने दर्द दिया है
वो ही दवा भी देगा ..
तोड़ कभी ना आस की डोरी ,
खुशियाँ देगा भर-भर बोरी .
मगर वो गम की परछाई से
तुजे डरा भी देगा ..
जिस साईं ने .......
मांग मैं भर बिंदिया से पहले
नाम वही निंदिया से पहले .
एक दिन वो तेरी आशा को
इक चेहेरा भी देगा ..
जिस साईं ने .......
बढ जायेगी हिम्मत तेरी
घटेगी जब घनघोर अँधेरी .
बूंद-बूंद तर्सानेवाला
जाम पिला भी देगा ..
जिस साईं ने .......
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